Mamata Banerjee Letter To PM Modi: कोलकाता में पिछले हफ्ते एक ऑन ड्यूट्री ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप के मामले में राज्य सरकार की किरकिरी कराने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में बंगाल की मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से बलात्कार के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के लिए एक कठोर केंद्रीय कानून और फास्ट-ट्रैक अदालतें लाने का आग्रह किया.
Mamata Banerjee Letter To PM Modi: देश को हिला कर रखे देने वाले कोलकाता रेप-मर्डर केस में जहां एक ओर पहली बार ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है तो वहीं सुप्रीम कोर्ट भी सरकार की खामियों को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इस बीच ममता बनर्जी ने कोलकाता केस में हुई किरकिरी से उबरने के लिए एक नया दांव चलते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है.
कोलकाता केस में खूब हुई ममता सरकार की किरकिरी
जहां पहले सीएम ममता बनर्जी ने आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ के लिए भाजपा और वामपंथियों को जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया था कि उन्होंने रेप मामले में सबूत नष्ट करने का प्रयास किया है तो वहीं पर अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में बढ़ते रेप के मामलों पर सख्त कानून बनाने की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि ट्रेनी डॉक्टर के साथ अस्पताल के सेमिनार हॉल में रेप किया गया था और उसका शव 9 अगस्त को मिला था. घटना के एक दिन बाद, ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार अपराधी के लिए मृत्युदंड की मांग करेगी. उन्होंने पुलिस को भी चेतावनी दी थी कि अगर वे 18 अगस्त तक मामले को सुलझाने में असमर्थ रहे तो जांच सीबीआई को सौंप दी जाएगी.
सोशल मीडिया पर भी जमकर हुई आलोचना
हालांकि, 13 अगस्त को कलकत्ता हाई कोर्ट ने जांच सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया. अपने आदेश में, हाई कोर्ट ने अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई “गंभीर चूक” को उजागर किया और कहा कि पांच दिनों के बाद भी जांच में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई थी.
मुख्यमंत्री ने 17 अगस्त को कोलकाता में एक बड़ी रैली भी निकाली, जिसमें पीड़िता के लिए न्याय और आरोपी को फांसी की मांग की गई, जो पुलिस से जुड़ा एक नागरिक स्वयंसेवक था. इस रैली की सबसे बड़ी विडंबना यही थी कि ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा था जब किसी राज्य की सीएम ने खुद अपनी ही विफलताओं के खिलाफ रैली निकाली जिसे सोशल मीडिया पर काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा.
अब पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो पत्र लिखा है उसमें उन्होंने आंकड़ों का सहारा लेते हुए दावा किया कि देश में हर रोज लगभग 90 बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं, जो एक भयावह स्थिति है. यह समाज और राष्ट्र के विश्वास और अंतरात्मा को झकझोर देता है.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखा, “आदरणीय प्रधानमंत्री, मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि देश भर में बलात्कार के मामलों की नियमित और बढ़ती घटनाएं हो रही हैं और कई मामलों में हत्या के साथ बलात्कार किया जा रहा है. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, यह देखना भयावह है कि देश भर में हर दिन लगभग 90 बलात्कार के मामले होते हैं. इससे समाज और राष्ट्र का विश्वास और अंतरात्मा हिल जाता है. यह हम सभी का परम कर्तव्य है कि इसे समाप्त किया जाए ताकि महिलाएं सुरक्षित और सुरक्षित महसूस करें.”
पत्र में आगे कहा गया है,”इस तरह के गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को कड़े केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है, जो इस तरह के दुष्ट अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कठोर दंड का प्रावधान करता है. ऐसे मामलों में शीघ्र सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक विशेष अदालतों की स्थापना पर भी विचार किया जाना चाहिए ताकि शीघ्र न्याय सुनिश्चित हो सके. ऐसे मामलों में मुकदमे को ज्यादा से ज्यादा 15 दिनों के भीतर पूरा किया जाना चाहिए.”
सुप्रीम कोर्ट ने भी लापरवाही पर लगाई फटकार
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को हुई सुनवाई के बाद पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल के मैनेजमेंट पर लापरवाही करने की बात कही और कहा कि 30 सालों में कभी भी इस तरह की लापरवाही नहीं देखने को मिली. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का प्रस्ताव किया है और प्रदर्शनकारियों से भी काम पर लौटने का अनुरोध किया है.
कोलकाता रेप मामले पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह समझ नहीं पा रहा है कि राज्य सरकार अस्पताल में तोड़फोड़ के मुद्दे को कैसे नहीं संभाल पा रही है.